गोरखपुर जिले के दक्षिणांचल क्षेत्र बेलघाट में स्थित होली फ्लेम एकेडमी कॉन्वेंट विद्यालय शिक्षा की दुनिया में एक नई रोशनी बनकर उभरा है। बेलघाट और कुरी बाजार बघैला में संचालित यह संस्थान ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा की लौ जलाए हुए है और लगातार एक नई पहचान बना रहा है।
यह विद्यालय केवल परीक्षा केंद्रित नहीं है, बल्कि बच्चों को आत्मनिर्भर, रचनात्मक और मूल्य-आधारित शिक्षा देने पर बल देता है। यहां शिक्षा को केवल व्यवसाय नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम माना गया है।
शहर जैसी शिक्षा, गांव में
होली फ्लेम एकेडमी की सबसे बड़ी विशेषता है—अनुभवी और प्रशिक्षित शिक्षक, स्मार्ट क्लासरूम, विज्ञान प्रयोगशाला, पुस्तकालय, खेल मैदान और तकनीकी संसाधनों से युक्त शिक्षण व्यवस्था। यह स्कूल ग्रामीण बच्चों को शहर स्तर की शिक्षा और आधुनिक सुविधाएं देकर उन्हें वैश्विक स्तर की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर रहा है।
शिक्षा सबके लिए—एक प्रेरणादायक पहल
विद्यालय के प्रबंधक इंजीनियर शिवेंद्र प्रताप सिंह (विक्की सिंह) की सोच स्पष्ट और दूरदर्शी है—”शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना है।” इसी विचार से प्रेरित होकर उन्होंने हाल ही में एक सराहनीय पहल की शुरुआत की है—ऐसे असहाय, गरीब लेकिन प्रतिभाशाली बच्चों को चिन्हित कर उन्हें पूरी तरह निशुल्क शिक्षा देने का संकल्प लिया है।
इस मुहिम के जरिए होली फ्लेम एकेडमी शिक्षा को हर उस घर तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है, जहां रोशनी की जरूरत है। अभिभावकों और क्षेत्रवासियों ने भी इस पहल की सराहना की है और इसे इलाके के भविष्य के लिए एक आशा की किरण बताया है।
नवाचार और विकास की ओर कदम
प्रबंधक के अनुसार, आने वाले समय में विद्यालय में डिजिटल लाइब्रेरी, ई-लर्निंग सेंटर और बाल प्रतिभा मंच जैसे प्रोजेक्ट्स शुरू किए जाएंगे। ये पहलें ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को वैश्विक स्तर की शिक्षा से जोड़ने में सहायक होंगी।
अनुभव और समर्पण की मिसाल
यह विद्यालय केवल परंपरागत शिक्षा तक सीमित नहीं है। यहां प्री-प्राइमरी स्तर पर ‘क्लेवे एजुकेशन’ के माध्यम से खेल-खेल में शिक्षा दी जाती है। साइंस के छात्रों के लिए स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब और प्रयोगशालाओं की विशेष व्यवस्था है। विद्यालय NEP 2022 के तहत “लर्निंग बाय डूइंग” यानी प्रयोग आधारित शिक्षा पर जोर देता है।
श्री सिंह का कहना है कि आज ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालय भी शहरों की तरह सभी सुविधाएं दे रहे हैं—वह भी कम लागत में। होली फ्लेम एकेडमी में कंप्यूटर, साइंस लैब, लाइब्रेरी, योग, खेलकूद और डांस की सुविधाएं उपलब्ध हैं। 25 मार्च से विद्यालय में नए सत्र के प्रवेश प्रारंभ हो चुके हैं। सीमित सीटों पर आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्रों के लिए 100% निशुल्क शिक्षा का प्रावधान है।
विद्यालय की छात्रा गौतमी मिश्रा बताती हैं कि यहां पढ़ाई केवल पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए नहीं होती, बल्कि हर छात्र की समझ और जरूरत को ध्यान में रखकर पढ़ाया जाता है। टीचर्स बच्चों को उनके स्तर पर समझाते हैं, परीक्षा के बाद गलतियों पर चर्चा करते हैं और उन्हें सुधारने की राह दिखाते हैं। गौतमी ने 10वीं में 91% अंक हासिल किए और अब 12वीं में 95% से अधिक का लक्ष्य लेकर JEE की तैयारी कर रही हैं।
Source: Anup Singh
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