गोरखपुर जिले के बेलघाट ब्लॉक अंतर्गत मकरहां गांव के युवक अंकित यादव का एक दर्दनाक सड़क हादसे में निधन हो गया। अंकित, जो 18 अप्रैल को एक शादी समारोह में शामिल होने आंबेडकर नगर गए थे, वापसी के दौरान सुबह 6 से 7 बजे के बीच एक Tata Nexon गाड़ी से टकराकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
20 वर्षीय अंकित यादव, जो अपने मिलनसार स्वभाव, जिंदादिली और सादगी के लिए पूरे गांव में जाने जाते थे, इस हादसे के बाद जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ते रहे। पहले उन्हें गोरखपुर के आस्था हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां से डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताकर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। इसके बाद मेडिकल कॉलेज ट्रॉमा सेंटर में उनका इलाज चला, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद 23 अप्रैल को उन्होंने अंतिम सांस ली।
अंकित की मृत्यु की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांववासियों की आंखें नम हैं। इस कठिन समय में पूरा मकरहां गांव उनके परिवार के साथ खड़ा रहा।
आर्थिक सहयोग की एक मिसाल
अंकित एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। इलाज महंगा और लंबा था, लेकिन गांव और क्षेत्रवासियों ने अद्भुत एकजुटता दिखाई। गांव के वैजनाथ यादव, सत्यवेदी सिंह उर्फ नीरज सिंह, अनुप सिंह (पत्रकार और समाज सेवी) और अन्य नवयुवकों ने चंदा जुटाने की मुहिम चलाई।
लाखों की मदद जुटाई गई, जिसमें लकोड़ी के विश्वजीत सिंह ने ₹10,000 का विशेष योगदान दिया। महज चार दिनों में करीब ₹2 लाख की राशि एकत्र की गई, जिससे अंकित का इलाज जारी रह सके। एक फेसबुक पोस्ट के अनुसार, 211 लोगों से अब तक ₹1,44,500 की मदद जुट चुकी थी, और सहयोग का सिलसिला लगातार जारी था।
एक और युवक घायल
उसी दुर्घटना में सत्याम सिंह (खानिपुर) भी गंभीर रूप से घायल हुए। उनकी छाती और गर्दन की हड्डी में चोटें आई हैं, हालांकि अब वह खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
समाज की इंसानियत भरी तस्वीर
इस पूरे घटनाक्रम में मकरहां और बेलघाट क्षेत्र के लोगों ने जो करुणा, संवेदना और मदद का भाव दिखाया, वह समाज के लिए एक मिसाल है। सोशल मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप्स और व्यक्तिगत जनसंपर्क के माध्यम से अभियान चलाया गया और मदद के लिए अपील की गई।
“प्रयास असफल, भगवान को नहीं मंजूर…” — यह संदेश सोशल मीडिया पर अंकित की असमय मृत्यु के बाद साझा किया गया। इस भावनात्मक श्रद्धांजलि में बताया गया कि कैसे तमाम कोशिशों के बावजूद अंकित को बचाया नहीं जा सका।
अंकित की यादें, उनकी मुस्कान और उनका जिंदादिल स्वभाव अब गांववासियों की स्मृतियों में अमिट रूप से अंकित हो गए हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को शांति दें और शोकाकुल परिवार को यह असहनीय दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
#AnkitYadav #Belghat #MakarahanGaon #SadakDurghatna #RoadAccident #Shraddhanjali #TogetherForAnkit #GorakhpurNews #BelghatSamaj #HumanityFirst #SupportAnkitFamily #YouthOfBelghat #SocialUnity #HelpTheNeedy #BelghatUpdates #SadDemise #InMemoryOfAnkit #WeStandTogether #EmotionalLoss #UnitedForACause